LYNCHING....
खत्म कर दिए जाओगे। ... बोलना मत
पहचान भी नहीं पाओगे ... बोलना मत
एक भीड़ आएगी तुम्हारी तरफ
कुछ पूछेगी नहीं
कुछ देखेगी नहीं
यूहीं जान गवां जाओगे
बोलना मत
कई जा चुके हैं
कुछ खाने के नाम पर
कुछ धर्म के नाम पर
इसी विध्वंस का हिस्सा बना दिए जाओगे
बोलना मत
किस किस को रोकोगे
किस किस पर चिल्लाओगे
कितने कानून बनाओगे
ठिकाने लगा दिए जाओगे
बोलना मत
साँस लेते रहो पर पता न चले
देखते रहो पर आंखे न खुले
सरकार तुम्हारी पहरेदार नहीं है
जो उसे गुहार लगाओगे
बस बोलना मत
बहुत ही उम्दा।
ReplyDeleteकोई शब्द नही।
अनुपम गुर्जर।
आभार I
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